पोषक
पदार्थ (Nutritive Substances)- प्रमुख 25 तथ्य
1. वे समस्त पदार्थ, जो जीवों की शारीरिक वृद्धि एवं विभिन्न
जैविक कार्यों के संचालन के लिए आवश्यक होते हैं, पोषक पदार्थ कहलाते हैं।
2. मनुष्य के शरीर के
लिए सामान्यतः निम्न पोषक पदार्थों की आवश्यकता होती हैं- कार्बोहाइड्रेट्स, वसा, प्रोटीन, विटामिन, खनिज एवं
जल।
3. कार्बोहाइड्रेट्स- कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के 1:2:1 के अनुपात से बने कार्बनिक योगिक होते
हैं।
4. कार्बोहाइड्रेट्स का
प्रमुख कार्य शरीर को ऊर्जा प्रदान करना है। इसके अतिरिक्त यह भोजन संचय, न्यूक्लिक अम्ल निर्माण, विटामिन सी तथा जंतुओं के बाह्य कंकाल
का निर्माण भी करते हैं।
5. कार्बोहाइड्रेट्स के
प्रमुख स्त्रोत अनाज, चावल, आलू, शकर, शलजम आदि होते हैं।
6. कार्बोहाइड्रेट्स तीन
प्रकार के होते हैं- मोनो सैकेरायड, डाइ सैकेरायड एवं पाली सैकेरायड।
7. मोनो सैकेरायड के
उदाहरण ग्लूकोज, गेलेक्टोज़, डाइ सैकेरायड के उदाहरण सुक्रोज़, माल्टोज, लैक्टोज़ एवं पाली सैकेरायड के उदाहरण स्टार्च, ग्लायकोजन तथा काइटीन हैं।
8. 1 ग्राम ग्लूकोज के
पूर्ण ऑक्सीकरण से 4.2 Kcal ऊर्जा प्राप्त होती
है।
9. वसा के एक अणु का
संश्लेषण ग्लिसरॉल तथा वसीय अम्लों के तीन अणुओं के एस्टर बंध के द्वारा जुडने से
होता है।
10. वसा के मुख्य कार्य शरीर को ऊर्जा प्रदान करना, ताप नियंत्रण, विभिन्न अंगों को सुरक्षा प्रदान करना, मांसपेशियों को शक्ति प्रदान करना आदि
होते हैं।
11. 1 ग्राम वसा के पूर्ण ऑक्सीकरण से 9.3 Kcal ऊर्जा प्राप्त होती है।
12. वसा का शरीर में संश्लेषण माइटोकांड्रिया में होता है।
13. वसा के प्रमुख स्त्रोत घी, तेल, मक्खन आदि होते हैं।
14. प्रोटीन शब्द का सर्वप्रथम उपयोग बर्ज़ीलियस ने किया था।
15. प्रोटीन 20 प्रकार के अमीनों अम्ल के बने होते
हैं। सभी प्रोटीन में नाइट्रोजन पाया जाता हैं।
16. प्रोटीन शरीर की वृद्धि, ऊर्जा उत्पादन, शरीर की टूटी कोशिकाओं की मरम्मत में तथा एंजाइम तथा विटामिन के निर्माण तथा
संयोजी ऊतकों, अस्थियों एवं
उपास्थियों के निर्माण आदि कार्य करते हैं।
17. प्रोटीन जैव उत्प्रेरक और जैविक नियंत्रण का भी
कार्य करते हैं।
18. बच्चों में प्रोटीन की कमी से क्वाशियोरकर एवं
मरास्मस नामक रोग हो जाता है।
19. प्रोटीन के प्रमुख स्त्रोत दूध, अंडा, मांस, मछली, दालें और सोयाबीन आदि है।
20. विटामिन की
खोज फंक ने की थी।
21. विटामिन ऊर्जा प्रदान नहीं करते, परंतु शरीर के उपापचय क्रियाओं में
आवश्यक होते हैं। ये विभिन्न रोगों से शरीर की रक्षा करते हैं।
22. विटामिन के प्रमुख स्त्रोत हरी पत्तेदार सब्जी, फल, अंकुरित बीज आदि होते हैं।
23. खनिज के
प्रमुख कार्य शरीर को स्वस्थ रखना तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है। ये शरीर
की उपापचय क्रियाओं को नियंत्रित करते हैं।
24. खनिज के प्रमुख स्त्रोत दूध, फल, सब्जियाँ, अंडे, मांस आदि होते है।
25. जल का
प्रमुख कार्य शरीर का तापमान स्थिर रखना तथा उत्सर्जन व पाचन जैसी विभिन्न जैव
रसायनिक क्रियाओं में सहायता प्रदान करना होता है। शरीर का लगभग 65-75 प्रतिशत भाग
जल ही होता है।
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